शुक्रवार, 16 नवंबर 2007
आओ गंजिंग की यादें ताजा करें
मैं नखलऊ का हूं। नखलौवा लोगों की गंजिंग की आदत होती है और कहीं भी रहें वे गंजिंग याद आती रहती है। हम लुधियाना में हों या जयपुर में, पटना में हों या भोपाल में, दिल्ली में हों या मुंबई में, गंजिंग मिस करते रहते हैं। तो आओ क्यों न हम नखलौवा लोग गंजिंग को लेकर अपनी यादें शेयर करें। इसके लिए अलग ब्लाग भी बनाया जा सकता है। आपके सुझाव आमंत्रित हैं।
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