तुम्हारे होने से बहुत फर्क पड़ेगा
पहाड़ पर
उसकी उंचाई पर
टेढ़े-मेढ़े पहाड़ी रास्तों पर
और उनपर गश्त करते बादलों पर भी
बादलों से भीगे हुए पहाड़
तुम्हारे साथ खूबसूरत हो जाएंगे
हर राह हसीन हो जाएगी
और हर उंचाई..
ऐसा सबकुछ जो कहा गया और वह भी जो कहने से रहता गया