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सोमवार, 21 जनवरी 2008

ब्लाग को वे मीडिया ही नहीं मानते

फ्लिकर पर बेनेट नामक एक फोटोग्राफर ने यह तस्वीर अपने फ्लिकर ब्लाग पर डाल रखी है। बेनेट के मुताबिक यह फोटो न्यूयार्क के टाइम स्क्वायर पर लगे एक बिलबोर्ड का है। इस बिलबोर्ड में जबरदस्त सेक्सुअल एंगल है। इसमें लड़की का क्रोच बुल्स आई पर है। एडरैंट्स व शेपिंगयूथ्स नामके ब्लाग्स ने इस पर हल्ला मचाया। शेपिंगयूथ्स की एक्जीक्यूटिव डाइरेक्टर एमी जसेल ने इस बाबत संबंधित कंपनी टारगेट की टिप्पणी चाही तो टारगेट ने कहा कि वह वह ब्लाग्स को मीडिया नहीं मानती इसलिए कोई भी जवाब देने की जरूरत नहीं समझती।
इस पर अमेरिका में ठीकठाक बहस शुरू हो चुकी है। हम सब लोगों को भी इस दिशा में सोचना चाहिए और अपने-अपने स्तर पर बहस (ब्लाग्स के अलावा भी जो मीडिया प्लेटफार्म हमें उपलब्ध हों, उनपर भी) छेड़नी चाहिए जिससे कि एक माहौल बने और ब्लाग्स को मीडिया की श्रेणी की पहचान मिले।

हां, आप भी दिमागी कसरत कर सकते हैं। बताइए कि आपकी समझ से यह एड सेक्सुअल एंगल वाला है या नहीं। हां अपने उत्तर के समर्थन में कुछ तर्क जरूर दें-

इनफ्लेशन व रिसेशन, दोनों का डर

यह इलूस्ट्रेशन इकोनामिस्ट में छपा है।

HAVING a little bit of inflation is like being a little bit pregnant. Is that old adage worth bearing in mind as consumer prices across the globe accelerate?
चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ीPromote Your Blog
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