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सोमवार, 21 जनवरी 2008

ब्लाग को वे मीडिया ही नहीं मानते

फ्लिकर पर बेनेट नामक एक फोटोग्राफर ने यह तस्वीर अपने फ्लिकर ब्लाग पर डाल रखी है। बेनेट के मुताबिक यह फोटो न्यूयार्क के टाइम स्क्वायर पर लगे एक बिलबोर्ड का है। इस बिलबोर्ड में जबरदस्त सेक्सुअल एंगल है। इसमें लड़की का क्रोच बुल्स आई पर है। एडरैंट्स व शेपिंगयूथ्स नामके ब्लाग्स ने इस पर हल्ला मचाया। शेपिंगयूथ्स की एक्जीक्यूटिव डाइरेक्टर एमी जसेल ने इस बाबत संबंधित कंपनी टारगेट की टिप्पणी चाही तो टारगेट ने कहा कि वह वह ब्लाग्स को मीडिया नहीं मानती इसलिए कोई भी जवाब देने की जरूरत नहीं समझती।
इस पर अमेरिका में ठीकठाक बहस शुरू हो चुकी है। हम सब लोगों को भी इस दिशा में सोचना चाहिए और अपने-अपने स्तर पर बहस (ब्लाग्स के अलावा भी जो मीडिया प्लेटफार्म हमें उपलब्ध हों, उनपर भी) छेड़नी चाहिए जिससे कि एक माहौल बने और ब्लाग्स को मीडिया की श्रेणी की पहचान मिले।

हां, आप भी दिमागी कसरत कर सकते हैं। बताइए कि आपकी समझ से यह एड सेक्सुअल एंगल वाला है या नहीं। हां अपने उत्तर के समर्थन में कुछ तर्क जरूर दें-

इनफ्लेशन व रिसेशन, दोनों का डर

यह इलूस्ट्रेशन इकोनामिस्ट में छपा है।

HAVING a little bit of inflation is like being a little bit pregnant. Is that old adage worth bearing in mind as consumer prices across the globe accelerate?

शुक्रवार, 11 जनवरी 2008

मोहब्बतें - वह जिंदगी से मोहब्बत करती थी





23-24 साल पहले की बात है। एक 27 साल की सुंदर लावण्यमयी जिंदगी से रोमांस में मस्त युवती जो माडलिंग का काम करती थी, अपनी शादी पर (जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही मोहतरमा मोहब्बत की राह पर चल पड़ी थीं) मिली 29 साल के एक नौजवान से जिसकी राजनीति में जबरदस्त रुचि थी और वह पेरिस का सबसे युवा मेयर था। नौजवान की निजी जिंदगी अच्छी नहीं चल रही थी, उसे चाहिए थी कोई ऐसी छांव जो उसे सुकून दे सके, युवक को लगा कि यह लड़की तो मेरे लिए ही बनी है। युवती माडलिंग करती थी और अपनी शादी के समय वह प्रेगनेंट थी। नौजवान मेयर ने युवती व उसके पति से दोस्ती गांठी। युवती को मिला ऐसा साथ जो उसकी बौद्धिक भूख को खंगाल सके, ऐसा साथी जो हर शय को मायने दे सके, जो हर दरख्त से जुड़ सके और हर धार में जिंदगी महसूस कर सके। दोनों एक राह पर चल निकले। दोनों के चर्चे हर गली में थे। सालों मोहब्बत की गाड़ी फुलस्पीड चली। एक दिन मेयर की बीवी ने देखा अपने खाविंद के पगमार्क जो इस युवती के कमरे की खिड़की की ओर इशारा कर रहे थे। मेयर बाबू रंगे हाथ पकड़े गए। बीवी तो अपने बच्चों को लेकर अलग हो ली। मोहब्बत की गाड़ी हाईवे (ब्याह) पर आ गई। सबकुछ बहुत रोमांचक था। युवती से प्रौढ़ हो गई थी और नौजवान तो खिलंदड़ था ही। केनेडी की लाइफस्टाइल उसका आदर्श थी। प्रौढ़ा अपने प्रेमी की राजनीति का मैनेजमेंट बखूबी करने लगी। उसे मजा भी आता था। जिंदगी मजे में थी बिना किसी बंदिश के- हवा के साथ-साथ, घटा के संग-संग। युवक एक दिन अपने मुल्क का मुखिया बन गया। वह युवती जो अब 10 साल के बच्चे की मां भी थी, अपने उम्र के 50 साल पूरे कर चुकी थी लेकिन जिंदगी से उसकी मोहब्बत उतनी ही इंटेंस थी जितनी इस नौजवान के साथ इस इंटेंस मोहब्बत का सफर शुरू करते समय थी। वह पेड़ों से बतियाते रहना चाहती थी, नदियों से अठखेलियां करते रहना चाहती थी और हवा के साथ-साथ जीना चाहती थी। उसने कोशिश की महीनों कि यह सब हो सके और प्रथम महिला की भूमिका में भी कोई उंगली न उठे। आखिर उसने हार मान ली और अपने साथी से स्पष्ट कह दिया वह एलिसी पैलेस के लिए नहीं बनी है। वह जिंदगी से मोहब्बत करती है।

(आगे उस नौजवान की नई मोहब्बत)
चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ीPromote Your Blog
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